Tulsi Kumar Mashup
मेरी राहें तेरे तक हैं, तुझ पे ही तो मेरा हक़ है
इश्क़ मेरा तू बेशक है, तुझ पे ही तो मेरा हक़ है
कि तेरे बिना जीना मुमकिन नहीं (मुमकिन नहीं)
ना देना कभी मुझ को तू फ़ासले (फ़ासले)
तुम जो आए ज़िंदगी में बात बन गई
चुप हैं बातें, दिल कैसे बयाँ मैं करूँ (चुप हैं बातें)
इश्क़ मज़हब, इश्क़ मेरी ज़ात बन गई
तू ही कह दे वो जो बात मैं कह ना सकूँ (तू ही कह दे)
एन्ना सोणा क्यों लग्गे तू मेनू
मैं तेरी हो गई, हो जा मेरा तू
कुछ भी नहीं है ये जहाँ, है तो है इसमें ज़िंदगी
रातें अब नहीं धड़कती, दिन भी साँसें नहीं लेते
अब तो आ जाओ, मेरे सोह्णेया
अब मुझ को जाना है कहाँ
कि तू ही सफ़र है आख़िरी
बातें रह गईं जरूरी मेरे लबों पे अधूरी
आ के सुन जा मेरे सोह्णेया
तेरे बिन
जो तेरे संग लागी प्रीत मोहे
नहीं लागे जिया तेरे बिन
कि रब से है माँगी ये ही दुआ
तू हाथों की लकीरें थाम ले
आधी ज़मीं, आधा आसमाँ था
आधी मंज़िलें, आधा रास्ता था
कि संग तेरे पानियों सी, पानियों सी (कि संग तेरे पानियों सी, पानियों सी)
पानियों सी बहती रहूँ (पानियों सी बहती रहूँ)
तू सुनता रहे, मैं कहानियाँ सी कहती रहूँ (तू सुनता रहे, मैं कहानियाँ सी कहती रहूँ)
आई हूँ दुनिया में एक तेरे ही वास्ते
मंज़िल एक है और एक ही रास्ते
एन्ना सोणा क्यों लग्गे तू मेनू
मैं तेरी हो गई, हो जा मेरा तू
लखा तू जुदा मै हुई तेरे खातिर
तू ही मंज़िल, दिल तेरा मुसाफ़िर
कि तेरे बिना जीना मुमकिन नहीं
ना देना कभी मुझ को तू फ़ासले
मैं तुझ को कितना चाहती हूँ ये तू कभी सोच ना सके
तेरे बिन
नहीं लागे जिया तेरे बिन