Jane Kyon Log Mohabbat Kiya
फनाह होने की तमन्ना लिए
तेरे इश्क़ में डूबे जाते है
तुम आ भी नही भरते
तुम अफ ताक़ नही करते
हम क़त्ल हुए जाते है
हम दफ़्न हुए जाते है
इस ज़माने में इस मोहब्बत ने
कितने दिल तोड़े कितने घर फूँके
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
दिल के बदले दर्द ए दिल लिया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
तन्हाई मिलती है महफ़िल नहीं मिलती
राहें मुहब्बत में कभी मन्ज़िल नहीं मिलती
दिल टूट जाता है नाकाम होता है
उल्फ़त में लोगों का यही अन्जाम होता है
ज़हर ये फिर भी सभी क्यों पिया करतें हैं
ज़हर ये फिर भी सभी क्यों पिया करतें हैं
दिल के बदले दर्द ए दिल लिया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
कोई क्या जाने क्यों ये परवाने
क्यों मचलते हैं ग़म में जलते हैं
आहें भर भर के दीवाने जिया करते हैं
आहें भर भर के दीवाने जिया करते हैं
दिल के बदले दर्द ए दिल लिया करते हैं
दिल के बदले दर्द ए दिल लिया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
माना के ए इश्क़ हमारा मुक़ाम्मल नही
जीना ज़ुल्म जिंदगी जहन्नुम ही सहीं
क़ुबूल है क़त्ल होना दफ़्न हो जाना
मगर तेरा इश्क़ खैरात में माँगे गे नही