Panghat Par Pani Bharne
पनघट पर पानी भरने
एक आई थी गाँव की छ्होरी
पनघट पर पानी भरने
एक आई थी गाँव की छ्होरी
चंचल चल चले मतवाली
चंचल चल चले मतवाली
प्रीतम में एक गोरी
पनघट पर पानी भरने
एक आई थी गाँव की छ्होरी
आई थी गाँव की छ्होरी
एक दिन वाकए नैन मिले
पनग्र पर कोई आया
एक दिन वाकए नैन मिले
पनग्र पर कोई आया
उस गोरी ने उसको ही
जीवन साथी तहराया
उस गोरी ने उसको ही
जीवन साथी तहराया
मन मन ही मुस्काये
मन मन ही मुस्काये
वो तो नैन झुकाए गोरी
झुकाए गोरी
पनघट पर पानी भरने
एक आई थी गाँव की छोरी
आई थी गाँव की छोरी
कुछ भर्म किया
कुछ शर्म की
कुछ पवन चला
हंस काली खिली
ढली से बनवारा मिला
ढली से बनवारा मिला
प्रेम ने करी हा करी जोड़ी
प्रेम ने करी हा करी जोड़ी
पनघट पर पानी भरने
एक आई थी गाँव की छ्होरी
आई थी गाँव की छ्होरी
प्रिया रूप चकमत वाला था
प्रिया रूप चकमत वाला था
सखी मेरा
सखी मेरा भंवर निराला था
सखी मेरा भंवर निराला था
मिले तार से तार मोसे
मैं तो हूँ खेली उसने होली
मैं तो हूँ खेली उसने होली
मिले तार से तार मोसे
मैं तो हूँ खेली उसने होली
मैं तो हूँ खेली उसने होली
पनघट पर पानी भरने
एक आई थी गाँव की छ्होरी