Sham-E-Gham Ki Kasam
Zia Sarhadi
शामे गम की कसम
शामे गम की कसम
तू ना आया तो हम
याद करते हुए तुझको मार जाएँगे
जो मेरी जान है मेरा अरमान है
जो मेरी जान है मेरा अरमान है
गैर के घर का वो आज मेहमान है
क्या खबर थी के वो हमको तरसाएँगे
तरसाएँगे
क्या खबर थी के वो हमको तरसाएँगे
शामे गम की कसम
तू ना आया तो हम
याद करते हुए तुझको मार जाएँगे
रोए रे बेबसी हाए दिल की लगी
रोए रे बेबसी हाए दिल की लगी
आसुओ से भी ये आग बुझ ना सकी
आसुओ से भी ये आग बुझ ना सकी
दिल को सोचा था रो रो के बहलाएँगे
बहलाएँगे
दिल को सोचा था रो रो के बहलाएँगे
शामे गम की कसम
तू ना आया तो हम
याद करते हुए तुझको मार जाएँगे