Tumhen Apna Banaya Tha Rajkumari
Shewan Rizvi
तुम्हे अपना बनाया था
मैं ये भी भूल जवँगी
मुझे तुमने मिटाया तहा
मैं ये भी भूल जवँगी
मैं ये भी भूल जवँगी
मगर बजती हुई शहनाईयां
कैसे भुलवँगी
मगर बजती हुई शहनाईयां
कैसे भुलवँगी
मगर बजती हुई
समाल की चाँदनी रातों में वो
बातें मोहब्बत की
समाल की चाँदनी रातों में वो
बातें मोहब्बत की
भुला दूँगी वो अपने दिल की
रातें मोहब्बत की
वो रातें मोहब्बत की
मगर बजती हुई शहनाईयां
कैसे भुलवँगी
मगर बजती हुई
तुम्हारी याद में तडपा जो दिल
पहलू दबा लूँगी
तुम्हारी याद में तडपा जो दिल
पहलू दबा लूँगी
किसी ने हाल जब पूछा तो
आँखों को च्छूपा लूँगी
मैं आँखों को च्छूपा लूँगी
मगर बजती हुई शहनाईयां को
कैसे भुलवँगी
मगर बजती हुई