Bhatke Panchhi
ANU MALIK, DEV KOHLI
आआआ
आह आह आह आह
भटके पंछी
तुरु रुतु तुरु रुतु तु
तुरु रुतु तुरु रुतु तु
भटके पंछी भूल न जाना
यह जग तेरा नहीं ठिकाना
यह जग तेरा नहीं ठिकाना
यह जग तेरा नहीं ठिकाना
न न न
भटके पंछी भूल न जाना
यह जग तेरा नहीं ठिकाना
तुरु रुतु तुरु रुतु तु
तुरु रुतु तुरु रुतु तु
भूल से तू यहाँ पे आया
तेरे लिए यह देस पराया
नि नि नि धध ध ध ग म प नि सा ग म प नि सा
भूल से तू यहाँ पे आया
तेरे लिए यह देस पराया
एक दिन वापस पडेगा जाना
जाना जाना जाना जाना जा न
भूल से तू यहाँ पे आया
एक दिन वापस पडेगा जाना
यह जग तेरा नहीं ठिकाना
न न न
भटके हो भटके
हो भटके पंछी
भटके पंछी भूल न जाना
यह जग तेरा नहीं ठिकाना
तुरु रुतु तुरु रुतु तु
तुरु रुतु तुरु रुतु तु