Aayega Kaun Yahan
SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan
आ आएगा कौन यहाँ
किसको सदाए देता है दिल
आ अपना है कौन यहाँ
किसको सदाए देता है दिल
आ आएगा कौन यहाँ
प्यार का धोखा
ख़्वाब सुहाना
देखा था जो कभी
आज उसी की याद से लिपटी
रोती है ज़िन्दगी
रोती है ज़िन्दगी
आ दुश्मन है सारा जहां
किसको सदाए देता है दिल
आ आएगा कौन यहाँ
मेरे दिल के इक कोने में
जलता था जो दिया
जाने कैसी आंधी आई
और वह बुझ गया
और वह बुझ गया
आ अब तो है सिर्फ धुंआ
किसको सदाए देता है दिल
आ आएगा कौन यहाँ
किसको सदाए देता है दिल
आ आएगा कौन यहाँ