Ek Mulaqaat
वाकीफ नहीं है तू मुझसे ओ सनम
जितना दर्द दोगे रहेगा उतना कम
जाने हुई कैसे ये दूरियां
जितना तू तड़पे उतना तड़पे है हम
जिंदा रहने के लिए तेरी कसम
जिंदा रहने के लिए तेरी कसम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
इससे पहले के ये सांसें हो खतम
इससे पहले के ये सांसें हो खतम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
रब्बा रब्बा करता है दर्द दर्द मेरा
दुनिया क्यों समझे ना इश्क इश्क मेरा
किसी को कभी ना मिले यारा से जुदाई
मेरा नहीं मेरा नहीं वक्त वक़्त मेरा
टूटे नहीं टूटे नहीं सब्र सब्र तेरा
मरके भी करूंगा ना तुझसे बेवफाई
वक्त लगता है जरा सी देर होती है
कभी तो सौ जन्म भी कम खत्म हो जाते हैं
मैं समझती हूं मगर ये दिल नहीं समझे
लहर से क्यों किनारे मिल ना पाते हैं
जाने हुई कैसे ये दूरियां
जितनी तू तड़पे उतना तड़पे हैं हम
इससे पहले के मेरा टूटे भरम
इससे पहले के मेरा टूटे भरम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
जिंदा रहने के लिए तेरी कसम
जिंदा रहने के लिए तेरी कसम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
इश्क़ के दरिया में दिल देखो डूबा डूबा जाये
हार गया जो खुद से वो फिर पार नहीं लग पाए
एक तरफ है सारी दुनिया एक तरफ जानम है
छोड़ के सब कुछ इश्क़ निभाए कैसा पागलपन है
ना लैला ने ना मजनू ने खेली ऐसी बाजी
रब नाराज है लेकिन फिर भी दोनों के दिल राजी
रब नाराज है लेकिन फिर भी दोनों के दिल राजी
एक मुलाकात जरूरी है सनम
एक मुलाकात जरूरी है सनम
एक मुलाकात जरूरी है सनम (जरूरी है सनम)
एक मुलाकात जरूरी है सनम