Hothon Mein Aisi Baat
MAJROOH SULTANPURI, PRASANNA SURESH
होंठों में ऐसी बात मैं दबाके चली आई
खुल जाये वोही बात तो दुहाई है दुहाई
होंठों में ऐसी बात मैं दबाके चली आई
खुल जाये वोही बात तो दुहाई है दुहाई
हाँ रे हाँ बात जिसमें
प्यार तो है ज़हर भी है हाय
होंठों में ऐसी बात मैं दबाके चली आई
खुल जाये वोही बात तो दुहाई है दुहाई
हो
रात काली नागन सी हुई है जवां
अरे हा हा हा हा
रात काली नागन सी हुई है जवां
अरे हा हा हा हा
हाय दय्या किसको डँसेगा ये समा
हा हाय दय्या किसको डँसेगा ये समा
जो देखूँ पीछे मुड़के
तो पग में पायल तड़पे
आगे चलूँ तो धड़कती है सारी अंगनाई
होंठों में हाय (होंठों में हाय)
होंठों में ऐसी बात मैं दबाके चली आई
खुल जाये वोही बात तो दुहाई है दुहाई
हाँ रे हाँ बात जिसमें
प्यार तो है ज़हर भी है हाय
होंठों में
खुल जाये
होंठों में
खुल जाये