Lambi Judaai
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
किस तरह
दिल को यकीन, दिलाओ
के तू नहीं, है याहू
किस क़दर
आंसू को, छुपाऊ
के तू नहीं यह.
के तेरी सूरत और तेरी बातें
याद आया
चार दिन दा प्यार ओह रब्बा
बड़ी लंबी जुदाई, लंबी जुदाई
चार दिन दा प्यार ओह रब्बा
बड़ी लंबी जुदाई, लंबी जुदाई
बिछड़े अभी तो हम, बस कल पार्सों
जियुंगा मैं कैसे, हाल में बरसों है
मौत न आई
मौत न आई तेरी याद क्यों आई
हाय लंबी जुदाई
चार दिन दा प्यार ओह रब्बा
बड़ी लंबी जुदाई, लंबी जुदाई
चार दिन दा प्यार ओह रब्बा
बड़ी लंबी जुदाई, लंबी जुदाई