Jab Se Mein Choti Thi [Sad]
Shabbir Ahmed
जब से मे छोटी थी तब से ही मे तो
TV पर दिखना चाहती थी
Photo मेरी भी paper मे होती
All i wanna it was to get famous
पहचान मेरी हो हर घर, दुनिया करे मेरी बाते
हो सुर्ख़ियो मे हरदम ये नाम मेरा
सब जाने चेहरा मेरा
फिल्मी सितारे भी तो लोग ही होते है
इतना भी मुश्किल कहा
जब से मे छोटी थी तब से आँखो मे
छोटा सा सपना रहा है
ज़मीन से उपर तारो को छू कर
I wanna it was to get famous
जो सपने ना देखे क्या जाने, ख्वाबो मे जीना भी है क्या
छोटी लगेगी बाकी बाते सारी मे कुछ करूँगी बड़ा
मुझको उमीदो से भी बढ़कर मिलेगा मेरा यकीन है सच्चा