Achko Machko
अचको मचको का करूँ राम
अचको मचको का करूँ राम
हो गोरा मुखड़ा है
गोरा मुखड़ा है उस पे लट काली
अचको मचको का करूँ राम
गोरा मुखड़ा है उस पे लट काली
अचको मचको का करूँ राम
सत्रह से मैं अठरा होने वाली
अचको मचको का करूँ राम
सत्रह से मैं अठरा होने वाली
अचको मचको का करूँ राम
मेरा जोबन है
मेरा जोबन है फूलवा की डाली
अचको मचको का करूँ राम
मेरा जोबन है फूलवा की डाली
अचको मचको का करूँ राम
सत्रह से मैं अठरा होने वाली
अचको मचको का करूँ राम
सत्रह से मैं अठरा होने वाली
अचको मचको का करूँ राम
गोरा मुखड़ा है
जब जब देखूं मैं आईना शर्म मुझे क्यूँ आए
अंजानी सी प्यास उठे कोई नागिन सी डस जाए
कोई काँटा चुबा क्या अरे ना रे ना
कहीं दर्द हुआ क्या अरे ना ना ना
छोड़ मुझे गोरी ना कर जोरा ज़ोरी
बात किसी की भी मैं मानूं ना
पहले गुल थी
हो पहले गुल थी अब गुलनार हुई
अचको मचको का करूँ राम
ऐसी हालत तो पहली बार हुई
अचको मचको का करूँ राम
ये जवानी बड़ी दुश्वार हुई
अचको मचको का करूँ राम
गोरा मुखड़ा है
धीरे धीरे बचपन बीता लंबी हो गयी चोटी
जब से आई मस्त जवानी हो गयी कुरती छोटी
कोई सपनों में आया अरे ना रे ना
सारी रात जगाया ना ना ना ना
बोल सखी ऐसे ग़ज़ब हुआ कैसे
ये कैसा ज़हर है मैं जानूँ ना
मेरी चोली के
हो मेरी चोली के टूटे सब धागे
अचको मचको का करूँ राम
धक धक जियरा पे करेंट लागे
अचको मचको का करूँ राम
राम जाने ना क्या होगा आयेज
अचको मचको का करूँ राम
गोरा मुखड़ा है
हो गोरा मुखड़ा है उस पे लट काली
अचको मचको का करूँ राम
गोरा मुखड़ा है उस पे लट काली
अचको मचको का करूँ राम
सत्रह से मैं अठरा होने वाली
अचको मचको का करूँ राम
अचको मचको का करूँ राम
अचको मचको का करूँ राम