Mujhse Hui Bas Yeh
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मुझसे हुई बस ये ख़ता
मैने तुझे चाहा सनम
छुप-छुप के रोती रही
तूने दिये कैसे ये ग़म
आ आ आ आ आ आ आ आ
ओ बेख़बर बेरहम
कर ले चाहे जितने सितम
ना चाहत कभी होगी कम
मुझे इन आँसुओं की क़सम
मैने किया है तुमसे सच्चा प्यार
मैने किया है तुमसे सच्चा प्यार
आ आ आ आ आ आ