Halka Halka
Ali Mustafa
हल्का हल्का का एहसास है
बाँध आँखे तू मेरे पास है
बाँध खोलू आँखो के तो यह ना हो
फिर से चले जाए तू सरमाके
हल्का हल्का का एहसास है
बाँध आँखे तू मेरे पास है
बाँध खोलू आँखो के तो यह ना हो
फिर से चले जाए तू सरमाके
तेरी आरज़ू मेरे दिल मैं है
दिल मैं है तू ख्वाहिस बनके
सुने बदन की मट्टी पे
बरसी है तू बारिश बनके
दर्र है ज़रा मुझे देखो ज़रा रुक जा
फिर से चले जाए तू सरमाके
बाँध खोलू आँखो के तो यह ना हो
फिर से चले जाए तू सरमाके