Manja
रूठे खाबों को मना लेंगे
कटी पतंगों को थामेंगे
हां हां है जज़्बा
हो हो है जज़्बा
सुलझा लेंगे उलझे रिश्तों का मांजा
हम्म का मांझा, हम्म का मांजा
हम्म का मांजा
सोयी तकदीरे जगा देंगे
कल को अम्बर झुका देंगे
हा हा है जज़्बा
हो हो है जज़्बा
सुलझा लेंगे उलझे रिश्तों का मांजा
हम्म का मांजा
हम्म का मांजा
हम्म का मांजा
रिश्ते पंखो हो हवा देंगे
रिश्ते दर्द को दगा देंगे
जीत कभी हार कभी
गम तो यारो होंगे दो पल के महमान
रिश्ते देहलीजे भी लांगेंगे
रिश्ते लहू भी तो मांगेंगे
आंशु कभी मोती कभी
जा भी मांगे यारो कर देंगे कुरबान
बिसरे यारो को भुला लेंगे
सोयी उम्मीदे जगा देंगे
हा हा हैं जज्बा
हो हो हैं जज्बा
सुलझा लेंगे उलझे रिश्ते का मांझा
मांझा हा मांझा
हो हो बर्फीली, आँखों में
पिघला सा देखेंगे हम कल का चेहरा
हो हो पथरीले, सीने में
उबला सा देखेंगे हम लावा गहरा
अगन लगी, लगन लगी
टूटे ना, टूटे ना जज़्बा ये टूटे ना
मगन लगी, लगन लगी
कल होगा क्या कह दो
किस को है परवाह
परवाह
परवाह
रूठे खाबों को मना लेंगे
कटी पतंगों को थामेंगे
हां हां है जज़्बा
हो हो है जज़्बा
सुलझा लेंगे उलझे रिश्तों का मांजा
हम्म का मांझा, हम्म का मांजा
हम्म का मांजा