Dewani ham nai
यूँ ना पर्दा कर
अब तो आजा मेरे सामने
तेरा हूँ मैं
मेरी हर साँसें
तेरा नाम ले
बहकी बहकी निगाहें
ढूँढे तेरे रास्ते
आती है तो ले जाती
मेरी हर शिकायतें
लहरों की बेहती है वो
चलती शान से है हटके
कातिल ये रुख तेरा
है कातिल हर अदा
दीवाने हम नहीं होते
दीवानी रात आती है
मोहब्बत की नहीं जाती
मोहब्बत आज़माती है
किसी की आँखों से
किसी की बातों से
किसी की चाहत के
किसी की आदत से
हाय रे दिल को सताती है
बोहोत ज़्यादा तड़पती है
हाय रे दिल को सताती है
बोहोत ज़्यादा तड़पती है ओ इश्क विश्क में उलझ गया वो छोड़ के दुनियदारी
भूल गया वो खुलके जीना रात नशे विच मारी