Jaanein Bachayenge
चेहरा हमारा अब हम कम-कम ही देखते हैं
कमरों में बेबसी के बस ग़म ही देखते हैं
बच्चों का अपने हँसना बस phone पर है देखा
घायल हथेलियों पर जीवन की टूटी रेखा
हम घर के बिस्तरों पर कब से नहीं हैं सोए
छुपकर के नक़ाबों में हम कितनी बार रोए
लो, रख लो अपने तमग़े, इन सुर्ख़ियों को रख लो
हर रोज़ की इन फ़र्ज़ी हमदर्दियों को रख लो
क्यूँ मेरा रहनुमा ये सब रोकता नहीं है?
कभी मौत के मुँह में यूँ कोई झोंकता नहीं है
कोई रहनुमा नहीं है, कुछ सूझता नहीं है
जो ज़िंदगी बचाते, उनको कोई पूछता नहीं है
मेरी भूली मुस्कुराहट तुम यूँ सँभाल रखना
अपना ख़याल रख के मेरा ख़याल रखना
मेरी भूली मुस्कुराहट तुम यूँ सँभाल रखना
अपना ख़याल रख के मेरा ख़याल रखना
जानें बचाएँगे, जानें बचाएँगे
आ, जानें बचाएँगे, जानें बचाएँगे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
भर के सिलेंडरों में मैं ज़िंदगी हूँ ढोता
काश ऐसा जादू आता, ये ख़त्म ही ना होता
आँखों के सामने जो चीख़ें निकालते हैं
वो साँस की नदी में सिक्के ख़ंगालते हैं
औरों के ग़मों से अब है टूट रही छाती
आँखें हैं थकी ऐसे, अब रो भी नहीं पाती
मुझे दे दो थोड़ी फ़ुर्सत, मुझे दे दो घर का कोना
मुझे दोस्तों से मिलना, मुझे देर तक है सोना
बच्चों ने जाने अपनी की या ना की पढ़ाई
वो क़ैद हैं कमरों में, मुझको भी ना रिहाई
कैसे मिलेगा रस्ता? कुछ बूझता नहीं है
जो ज़िंदगी बचाते, उनको कोई पूछता नहीं है
मेरी भूली मुस्कुराहट तुम यूँ सँभाल रखना
अपना ख़याल रख के मेरा ख़याल रखना
मेरी भूली मुस्कुराहट तुम यूँ सँभाल रखना
अपना ख़याल रख के मेरा ख़याल रखना
जानें बचाएँगे, जानें बचाएँगे
जानें बचाएँगे, जानें बचाएँगे
जानें बचाएँगे, चल जानें बचाएँगे
आ, जानें बचाएँगे, जानें बचाएँगे
Ooh
कमज़ोर अब ना पड़ना, ना मुझको पड़ने देना
जो भी हो, जैसे भी हो, मुश्किल ना बढ़ने देना
कमज़ोर अब ना पड़ना, ना मुझको पड़ने देना
जो भी हो, जैसे भी हो, मुश्किल ना बढ़ने देना
अंदर से टूटे हैं हम, फिर भी चलते जाएँगे
चल जानें बचाएँगे, चल जानें बचाएँगे
जानें बचाएँगे, आ जानें बचाएँगे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ