Bheegi Bheegi Hawa Shokh Dhara
भीगी भीगी हवा सोख धारा
साथ बहता चला है किनारा
मंज़िल की परवाह ही क्या है
तू अगर हुंसफर है हुमारा
भीगी भीगी हवा
मिल ले की कोई ना पहचान पाए
तो यह बेखुदी बी ख़ता है
में हू किसी की यह दिल है किसी का
इतना ही मुझको पता है
में हू किसी की यह दिल है किसी का
इतना ही मुझको पता है
इतना ही मुझको पता है
कह रहा क्या समा प्यारा प्यारा
क्यू ना समझे मौसम का इशारा
मंज़िल की परवाह ही क्या है
तू अगर हुंसफर है हुमारा
भीगी भीगी हवा
चाहत में दीवानापन के निशान में
यही खोई खोई नज़र है
में वो नही हू की तू वो नही है
फिर क्यू बता बेख़बर है
में वो नही हू की तू वो नही है
फिर क्यू बता बेख़बर है
फिर क्यू बता बेख़बर है
प्यार में होश क्यू हो गवारा
वो नज़र बन गयी है नज़ारा
मंज़िल की परवाह ही क्या है
तू अगर हुंसफर है हुमारा
भीगी भीगी हवा
तू अपने दिल से ज़रा पुच्छ तो ले
क्यू मेरा भरोसा नही है
यह क्या ग़ज़ब है कैसा सितम है
में हू कही तू कही है
यह क्या ग़ज़ब है कैसा सितम है
में हू कही तू कही है
में हू कही तू कही है
यू तड़प कर किसी ने पुकारा
मिल गया दिल को दिल का सहारा
मंज़िल की परवाह ही क्या है
तू अगर हुंसफर है हुमारा
भीगी भीगी हवा