Gaao Mere Man
गाओ मेरे मन
चाहे सूरज चमके रे चाहे
लगा हो ग्रहण
गाओ मेरे मन
चाहे सूरज चमके रे चाहे
लगा हो ग्रहण
गाओ मेरे मन
जो भी मिले यहाँ, जितना मिले
उसी में खुश हो ले
जो भी मिले यहाँ, जितना मिले
उसी में खुश हो ले
पूरा नहीं होता किसी का
यहाँ हर सपन
गाओ मेरे मन
चाहे सूरज चमके रे चाहे
लगा हो ग्रहण
गाओ मेरे मन
मिले जो गम तो क्या हुआ
बहारों के गीत सजा ले
मिले जो गम तो क्या हुआ
बहारों के गीत सजा ले
बुझे कोई आशा का दीया
तो फिर से जला ले
दुखों से तू हार न राही
किए जा जतन हो
गाओ मेरे मन
चाहे सूरज चमके रे चाहे
लगा हो ग्रहण
गाओ मेरे मन
रो कर चल चाहे, हँस के तू चल
चलना तुझे होगा
रो कर चल चाहे, हँस के तू चल
चलना तुझे होगा
रुकेंगे ना तेरे लिए ये समय के तरंग
गाओ मेरे मन
चाहे सूरज चमके रे चाहे
लगा हो ग्रहण
गाओ मेरे मन