Kaun Jane Har Bahane
कौन जाने हर बहाने
क्यूँ मेरा दिल लगा मुस्कुराने
कौन जाने हर बहाने
क्यूँ मेरा दिल लगा मुस्कुराने
कौन जाने
चाँदनी क्यूँ सताने लगी है
क्यूँ हँसी लब पे आने लगी है
चाँदनी क्यूँ सताने लगी है
क्यूँ हँसी लब पे आने लगी है
क्यूँ नज़र है झुकी
साँस क्यूँ है रुकी
क्यूँ नज़र है झुकी
साँस क्यूँ है रुकी
चाल क्यूँ डगमंगने लगी
दिल में छुपा के
चुप के चुप के
किस ने छेड़े
ये रंगीन तराने
कौन जाने हर बहाने
क्यूँ मेरा दिल लगा मुस्कुराने
कौन जाने
है हवा में असर रागिनी का
दिल धड़कता है शायद किसी का आ
है हवा में असर रागिनी का
दिल धड़कता है शायद किसी का
वो नशीली नज़र
क्या उठी है इधर
वो नशीली नज़र
क्या उठी है इधर
छ्छा गया क्यूँ समा
बेखुदी का आ
कुच्छ संवर के
कुच्छ निखर के
जाने ज़ूल्फेन कहें
क्या फसाने कौन जाने
हर बहाने
क्यूँ मेरा दिल लगा मुस्कुराने
कौन जाने
ऐसा लगता हे जैसे ये रातें
जानती हे सभी मेरी बातें
ऐसा लगता हे जैसे ये रातें
जानती हे सभी मेरी बातें
क्यों ये गाती हुयी झिलमिलाती हुयी
क्यों ये गाती हुयी झिलमिलाती हुयी
दिल में तारों की उतरे बारातें
महके महके बहके बहके
आ गए क्या ख़ुशी के ज़माने
कौन जाने हर बहाने
क्यूँ मेरा दिल लगा मुस्कुराने
कौन जाने