Majboor Wafa Ke Haathon Se
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
मजबूर वफ़ा की हाथों से
उम्मीद का दामन छुट गया
दुनिया ने कुछ ऐसे जुल्म किए
इक ठेस लगी दिल टूट गया
दिल में जो आग हैं हम उसको बुझा भी ना सके
दिल में जो आग हैं हम उसको बुझा भी ना सके
अपनी बिगड़ी हुई तकदीर बना भी ना सके
अपनी बिगड़ी हुई तकदीर बना भी ना सके
दिल में जो आग हैं
बेबसी ने हमें मजबूर किया हैं ऐसा
बेबसी ने हमें मजबूर किया हैं ऐसा
किस्से-ए-गम उन्हें रो रो के सुना भी ना सके
अपनी बिगड़ी हुई तकदीर बना भी ना सके
दिल में जो आग हैं
हाय मज़बूरी से वो आके गए थे लेकिन
हाय मज़बूरी से वो आके गए थे लेकिन
अपना दिल चीर के हम उनको दिखा भी ना सके
अपनी बिगड़ी हुई तकदीर बना भी ना सके