Meri Hirni Jaisi Chaal [2]
मेरी हिरनी जैसी चल
हो मेरे घूंघर वेल बाल
पलट कर देख ले ओ
काली टोपी वेल आ
पलट कर देख ले ओ
काली टोपी वेल आ
ओ
ओ कुंवारे सबके बिगड़े काम
करोडो जग्ग में इसके नाम
पलट कर आ भी जा शरण उस राम की
पलट कर आ भी जा शरण उस राम की
ओ माटी के पुतले कहे
इधर उधर तू भटके
झूठी रह ना चलना मूर्ख
साची रह से हटके
हो साची रह से हटके
जगत के झूठे सारे कम
है सॅचा एक उसकी का नाम
पलट कर आ भी जा
शरण उस राम की
पलट कर आ भी जा
पलट कर देख ले ओ
काली टोपी वेल आ
पलट कर देख ले ओ
काली टोपी वेल आ
ये जाग है गुम की आग
रूप मेरा सबनम है
ये जाग है गुम की आग
रूप मेरा सबनम है
जब सूरज निकले बोल
तेरा फिर क्या दम है
जब सूरज निकले बोल
तेरा फिर क्या दम है
मेरा एक इशारा
देख काफिले रुक जाए
मेरा एक इशारा
देख काफिले रुक जाए
रब उंगली एक उठाए
तो पर्वत झुक जाए
रब उंगली एक उठाए
तो पर्वत झुक जाए
दो घड़ी बैठ कर देख
मेरी ज़ुल्फो की चाव मे
मेरी ज़ुल्फो की चाव मे
ताना हुआ है नीले
गगन का चतर
परभु के गॉ मे
परभु के गॉ मे
इस चतर तले जो
आराम देता है बेदम
पलट कर आ भी
जा शरण उस राम की
सवरे सबके बिगड़े कम
करोड़ो जब मे जिसके नाम
पलट कर आ भी
जा शरण उस राम की
पलट कर आ भी
जा शरण उस राम की