Mushkil Hai Bahut Mushkil
मुस्किल है बहुत मुस्किल
जल जाना पिघल जाना
जब भी शमा बुझा दी
तब आया है परवाना
जिस रूप मे मई आओ तुमपे निसार घ्ंघरू
जिस रूप मे मई आओ तुमपे निसार घ्ंघरू
पहचान लेंगे तुमको ये बेकरार घुंघरू
जिस रूप मे मई आओ तुमपे निसार घ्ंघरू
अर्मा बहक रहे है कैसे कदम संभाले
अर्मा बहक रहे है कैसे कदम संभाले
ऐसा ना होके तदपके तुमको गले लगले
बिन इकतिया दिल है बेइखहतयार घुंघरू
बिन इकतिया दिल है बेइखहतयार घुंघरू
जो दिल गावा चुके तुम उस दिल को ढूँढते हो
जो दिल गावा चुके तुम उस दिल को ढूँढते हो
इस साज दिल के सदके कातिल को ढूँढते हो
दर्द ए ना तीर कोई सिने के पर घुंघरू
दर्द ए ना तीर कोई सिने के पर घुंघरू