Zamane Bhar Mein Jo
ज़माने भर में जो बदनाम बेवफा ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम
मेरी निगाह में वो एक देवता ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम
क़रीब आने की मिलने की बात कर लेते
क़रीब आने की मिलने की बात कर लेते
नये नये वो बहाने तराशता ही रहा
नये नये वो बहाने
मेरी निगाह में वो एक देवता ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम
ना जाने कौन सी मंज़िल है ये मोहब्बत भी
ना जाने कौन सी मंज़िल है ये मोहब्बत भी
वो दिल के पास था दिल उसको ढूंढता ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम
मेरी निगाह में वो एक देवता ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम
हज़ार ज़ख़्म च्छूपा कर वो अपने सिने मे
हज़ार ज़ख़्म च्छूपा कर वो अपने सिने मे
खुशी के फूल ज़माने मे बांटता ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम
मेरी निगाह में वो एक देवता ही रहा
ज़माने भर में जो बदनाम