Zulf ki chhaon
ज़ुलफ की छाओ में चेहरे का उजाला लेकर
तेरी वीरान सी रातों को सजाया हमने
मेरी रातों में जलाए तेरे जलओो ने चिराग
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
ये तेरे गर्म से लब ये तेरे जलते रुखसार
ये तेरे गर्म से लब ये तेरे जलते रुखसार
देख हमको के बनाया है इन्हें दिल का क़रार
कैसे अंगरों को सीने से लगाया हमने
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
हम ने हर दिल को सिखाया
है धड़कने का चलन
हम ने हर दिल को सिखाया
है धड़कने का चलन
देके उलफत की तड़प
देके मोहब्बत की जलन
तुझसे दीवाने को इंसान बनाया हमने
तेरी वीरान सी रातों को सजाया हमने
सीख ले रस्म-ए-वफ़ा हुस्न भी दीवानों से
सीख ले रस्म-ए-वफ़ा हुस्न भी दीवानों से
दास्तान अपनी भारी है इन्ही अफ़सानों से
रख दिया सर को जहाँ फिर ना उठाया हमने
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
ज़ुलफ की छाओ में चेहरे का उजाला लेकर
तेरी वीरान सी रातों को सजाया हमने
मेरी रातों में जलाए तेरे जलओो ने चराग़
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने
तेरी रातों के लिए दिल को जलाया हमने