Ek Tarfa mohabbat
एक तरफ़ा मैं करके मोहोब्बत एक तरफ़ा ही जीत गया
खुद ही खुद का इश्क़ मुकम्मल करके ही मैं जीत गया
ना वफ़ा रही ना बैर रहा बस तेरे लिए मैं गैर रहा
एक तरफ़ा ही करके हासिल इश्क़ की बाज़ी जीत गया
दुआ मैं लेके क्या करू तेरे इश्क़ का मिलना काफ़ी है
बाकी हू कुछ तुझमे मैं मुझमे पूरी तू बाकी है
दुआ मैं लेके क्या करू तेरे इश्क़ का मिलना काफ़ी है
बाकी हू कुछ तुझमे मैं मुझमे पूरी तू बाकी है
बातें-ए-फरेबी मेरी जान लेके जाएगी
मेरे बाद किसको तू इतना सताएगी
दुआ मैं लेके क्या करू तेरे इश्क़ का मिलना काफ़ी है
बाकी हू कुछ तुझमे मैं मुझमे पूरी तू बाकी है
ना डर था तुझे जुदाई का तुझे मेरी याद सताई क्या
मैं रातों जाग जाग रोया तुझे नींद पूरी आई क्या
एक नज़र को तू भी भाया था और दिल के अंदर आया था
रोम रोम में रूल के तूने तूने जीना खूब सिखाया था
तेरे लिए हर साँस गवाई दिल के अंदर तू ही समाई
मेरे दिल को करके तबाह ओह हरजाई कहाँ दुनिया बसाई
तेरी जुदाई मुझे करती पराई इस दिल में तूने आग लगाई
मैं हर लम्हा मरता हूँ जान गयी पर तू ना आई
दुआ मैं लेके क्या करू तेरे इश्क़ का मिलना काफ़ी है
बाकी हू कुछ तुझमे मैं मुझमे पूरी तू बाकी है
दुआ मैं लेके क्या करू तेरे इश्क़ का मिलना काफ़ी है
बाकी हू कुछ तुझमे मैं मुझमे पूरी तू बाकी है
बातें-ए-फरेबी मेरी जान लेके जाएगी
मेरे बाद किसको तू इतना सताएगी
दुआ मैं लेके क्या करू तेरे इश्क़ का मिलना काफ़ी है
बाकी हू कुछ तुझमे मैं मुझमे पूरी तू बाकी है
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ (ओ ओ ओ ओ)