Kante Banegi Kaliyan
अंधेरे से ना डर
तरो की महफ़िल ढूँडने वेल
ना घबरा रह के काँटों से
मंज़िल ढूँडने वाले
काँटे बनेंगे कालिया
काँटे बनेंगे कालिया
काँटों से खेलता जा
काँटों से खेलता जा
मिल जाएगा किनारा
तूफान झेलता जा
तूफान झेलता जा
छोटी सी एक ठोकर
तुझको डरा रही है
सुन तो यही कही से
आवाज़ आ रही है
काँटे बनेंगे कालिया
काँटों से खेलता जा
मिल जाएगा किनारा
तूफान झेलता जा
तूफान झेलता जा
खुशियो की आरज़ू कर
गुम भी गले लगले
दिल के हुए है टुकड़े
फिर भी तू मुस्कूरले
काँटे बनेंगे कालिया
काँटों से खेलता जा
मिल जायगा किनारा
तूफान झेलता जा
तूफान झेलता जा
हारे हुए सिपाही
दुनिया से दर ना जाना
एक रोज़ होगा तेरी
ठोकर में ये ज़माना
काँटे बनेंगे कालिया
काँटे बनेंगे कालिया
काँटों से खेलता जा
काँटों से खेलता जा
मिल जाएगा किनारा
तूफान झेलता जा
तूफान झेलता जा