Mere Nainon Mein Preet
(?)
मेरे नयनों में प्रीत
मेरे होठों पे गीत
मेरे सपनो में तुम ही समाये
मेरे नयनों में प्रीत
मेरे होठों पे गीत
मेरे सपनो में तुम ही समाये
आज मन की कली फूल बनकर खिली
चांदनी जैसे चंदा से हसकर मिली
आज मन की कली फूल बनकर खिली
चांदनी जैसे चंदा से हसकर मिली
बजी मुरली मोहन
बजी मुरली मोहन
लगी मन में लगन
मेरी आशा ने डीप जलाये
मेरे नैनो में
प्रीत मेरे होठों पे गीत
मेरे सपनो में तुम ही समाये
हस रहा है जीवन
चमके मन में किरण
मेरे प्राणों की ज्योति
तुम ही हो मोहन
हस रहा है जीवन
चमके मन में किरण
मेरे प्राणों की ज्योति
तुम ही हो मोहन
मेरी चंचल
उमंग नाचे मुरलि के संग
मन में प्रीतम की यद् छुपाये
मेरे नैनो मैं प्रीत
मेरे होठों पे गीत
मेरे सपनो में तुम ही समाये
मेरे नयनों में प्रीत
मुरलीधर तुम बड़े निठुर हो
इतनी पूजा करने पर तो एक पत्थर भी पसीज उठता है
और एक तुम हो जो चुपचाप खड़े खड़े देखा करते हो
लेकिन सुनलो गोपाल मैंने भी ठान लिया है
के तुम्हें अपना बनाकर ही छोड़ूँगी
मनमोहन
सत्यभामा (?)