Jitne Bhi Gham The Dil Ki Navaon Mein Aa Gaye
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए
हम लेके सब चराग
हम लेके सब चराग
हवाओं में आ गए
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए
जब तक लहूँ, लहूँ थे
कोई पूछता ना था
जब तक लहूँ, लहँ थे
कोई पूछता ना था
पत्थर हुए तो हम भी
खुद़ा में आ गए
पत्थर हुए तो हम भी
खुद़ा में आ गए
हम लेके सब चराग
हवाओं में आ गए
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए
मिट्टी में छुप गए तो
फ़ज़ा जागने लगी
मिट्टी में छुप गए तो
फ़ज़ा जागने लगी
ये किस जमी के चाँद
घटाओं में आ गए
ये किस जमी के चाँद
घटाओं में आ गए
हम लेके सब चराग
हवाओं में आ गए
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए
मैंने अभी ख्याल-ए-सफ़र ही किया सफ़ी
मैंने अभी ख्याल-ए-सफ़र ही किया सफ़ी
कांटे सिमट के राह के
पाँव में आ गए
कांटे सिमट के राह के
पाँव में आ गए
हम लेके सब चराग
हवाओं में आ गए
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए
जितने भी ग़म थे
दिल की नवा में आ गए