Ab To Ghabrake Yeh Kahte Hain

Zauq(Traditional), Jagjit Singh

अब तो घबराके ये
कहते हैं के मार जाएंगे
अब तो घबराके ये
कहते हैं के मार जाएंगे
मार के भी चैन ना
पाया तो किधर जाएंगे

लाए जो मस्त हैं
तुर्बत पे गुलाबी आंखें
लाए जो मस्त हैं
तुर्बत पे गुलाबी आंखें
और अगर कुछ नहीं
फूल तो धार जाएंगे
अब तो घबराके ये
कहते हैं के मार जाएंगे

हम नहीं वो जो करेन
खून का दावा तुझसे
हम नहीं वो जो करेन
खून का दावा तुझसे
बाल के पूछेगा खुदा
भी तो मुकर जाएंगे
मार के भी चैन ना
पाया तो किधर जाएंगे
अब तो घबराके ये कहते हैं

Curiosités sur la chanson Ab To Ghabrake Yeh Kahte Hain de Jagjit Singh

Quand la chanson “Ab To Ghabrake Yeh Kahte Hain” a-t-elle été lancée par Jagjit Singh?
La chanson Ab To Ghabrake Yeh Kahte Hain a été lancée en 2004, sur l’album “Ab To Ghabrake Yeh Kahte”.
Qui a composé la chanson “Ab To Ghabrake Yeh Kahte Hain” de Jagjit Singh?
La chanson “Ab To Ghabrake Yeh Kahte Hain” de Jagjit Singh a été composée par Zauq(Traditional), Jagjit Singh.

Chansons les plus populaires [artist_preposition] Jagjit Singh

Autres artistes de World music