Jogi
Aditya Narayan, Akshay Verma
मैं बैठा जोगी जिया मैं बैठा ध्यान करा
मिट्टी च निशान पैरंडे आंदे सब तेरी और
जनदा कोई ऐतो नही चावन तेरा गोर
नानक बोला इक ओंकारा
मैं बोला तेरा नाम रब्बा ओ रब्बा
डोर नचड़ा मोर वेखो चीखा मारे ज़ोर दिया
ओ बुलानाडा ओ बरसता नू के अपने मीट नू
ओ दिल फका ध्यान फका मान कमला मैनउ डाससे
नानक बोला इक ओंकारा
मैं बोला तेरा नाम रब्बा ओ रब्बा वे
घर मैं च्छाड़िया पिंड मैं च्छाड़िया
चडिया हूँ मैं जाग सारा
हूँ मैं उठ आया तेरे कॉल
प्यार नाल तू हाथ बढ़ाया
मान रांझा प्रीत प्रीत विच जोगी होया
की जाने केडी हीर लाई जोग लया
ओ रब्बा ओ रब्बा वे