Kaisa Yeh Pyar Hai
जब किसी को किसी से मोहब्बत होती है
ये ना पुछो सनम कैसी हलत होती है
जब किसी को किसी से मोहब्बत होती है
ये ना पुछो सनम कैसी हलत होती है
ना सूबा का पता न खबर शाम की
क्या किसी से कहे जानेंगे
कैसा ये प्यार है, ये कैसा प्यार है
जब किसी को किसी से मोहब्बत होती है
ये ना पुछो सनम कैसी हलत होती है
ना सूबा का पता न खबर शाम की
क्या किसी से कहे जानेंगे
कैसा ये प्यार है, ये कैसा प्यार है
जिसे किया है उसे पता कैसा नशा है इस दर्द का
न रोक रहे जाने वफ़ा करने दे मुझे तू ये खाता
अब तो मीता फ़सल
हर घड़ी बेखुदी हर घड़ी बेबसी
क्यूं सतने लगी दूरिया
कैसा ये प्यार है, ये कैसा प्यार है
जब किसी को किसी से मोहब्बत होती है
ये ना पुछो सनम कैसी हलत होती है
चेहरा तेरा ये मेरे सनम मेरी नजर में छने लगा
कैसे संभालु इसाको भला साइन से ये दिल जाने लगा
चलता नहीं बस मेरा
ना तुझे चैन है ना मुझे होश है
धड़कन बन गई है जुबान
कैसा ये प्यार है, ये कैसा प्यार है
जब किसी को किसी से मोहब्बत होती है
ये ना पुछो सनम कैसी हलत होती है
ना सूबा का पता न खबर शाम की
क्या किसी से कहे जानेंगे
कैसा ये प्यार है, ये कैसा प्यार है
कैसा ये प्यार है, ये कैसा प्यार है