The Making Of Aisa Des Hai Mera
JAVED AKHTAR
भावना कैसी भी हो, किसी भी कला में ढली हुई
चाहे उसका expression कैसा भी हो
वो हमेशा ताज़ा रहती है
उसे वक़्त और ज़माना कैद नहीं कर सकता
वक़्त का पहिया चलता जाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
वक़्त का पहिया चलता जाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
धरती सुनहरी अंबर नीला
हर मौसम रंगीला
ऐसा देस है मेरा
हो ऐसा देस है मेरा
ऐसा देस है मेरा (हा आ आ)
हाँ ऐसा देस है मेरा (हा आ आ)
ये अदाए अदब अदाए
ये अदाए अदब अदाए
मेरे देस में मेहमानों को भगवान कहा जाता है
वो यहीं का हो जाता है जो कहीं से भी आता है
वक़्त का पहिया चलता जाए
वक़्त का पहिया चलता जाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
कोई रोक ना पाए
ऐसा देस है मेरा
हा
जैसा देस है मेरा
आ आ आ आ आ