Kya Bura Kiya
Harvinder Mankkar
आँखो मे शोले है जलता बदन
सांसो मे गर्मी सीने मे अगन
आँखो मे शोले है जलता बदन
सांसो मे गर्मी सीने मे अगन
तुझे याद किया क्या बुरा किया
तेरा नाम लिया क्या बुरा किया
तेरे खातिर जान गवाई
क्या बुरा किया, क्या बुरा किया
इश्क़ किया क्या बुरा किया
इश्क़ किया क्या बुरा किया
तेरा हुस्न ज्वाला बहती मधुशाला
बहका बहका हर पीने वाला
तेरी आँखो से है नशा किया
तेरी यादो को है जुड़ा किया
क्या बुरा किया, क्या बुरा किया, है बुरा किया
तुझे याद किया क्या बुरा किया
तेरा नाम लिया क्या बुरा किया
तेरी मस्त जवानी कर दे दीवानी
तेरा काटा माँगे कभी ना पानी
हाय तेरी मस्त जवानी कर दे दीवानी
तेरा काटा माँगे कभी ना पानी
तेरी मस्त अदा ने हिला दिया
तूने जहर का पानी पीला दिया
क्या बुरा किया, क्या बुरा किया
है बुरा किया, क्या बुरा किया
इश्क़ किया क्या बुरा किया
इश्क़ किया क्या बुरा किया