Jo Bheji Thi Duaa [Cover]
Kumaar
किसे पूछूँ, है ऐसा क्यूँ
बेजुबां सा, ये जहां है
खुशी के पल, कहाँ ढूँढूँ
बेनिशां सा, वक़्त भी यहाँ है
जाने कितने लबों पे गिले हैं
ज़िन्दगी से कई फासले हैं
पसीजते हैं सपने क्यूँ आँखों में
लकीरें जब छूते इन हाथों से यूँ बेवजह
जो भेजी थी दुआ वो जा के आसमां से यूँ टकरा गयी
कि आ गयी है लौट के सदा
जो भेजी थी दुआ वो जा के आसमां से यूँ टकरा गयी
कि आ गयी है लौट के सदा