Is Bhari Duniya Mein

Ravi, Rajendra Krishna

इस भरी दुनिया में, कोई भी हमारा न हुआ
इस भरी दुनिया में, कोई भी हमारा न हुआ
गैर तो गैर थे, अपनों का सहारा न हुआ
इस भरी दुनिया में

लोग रो-रो के भी इस दुनिया में जी लेते हैं
लोग रो-रो के भी इस दुनिया में जी लेते हैं
एक हम हैं की हंसे भी तो गुज़ारा न हुआ
एक हम हैं की हंसे भी तो गुज़ारा न हुआ
इस भरी दुनिया में

इक मुहब्बत के सिवा और न कुछ माँगा था
इक मुहब्बत के सिवा और न कुछ माँगा था
क्या करें ये भी ज़माने को गंवारा न हुआ
क्या करें ये भी ज़माने को गंवारा न हुआ
इस भरी दुनिया में

आसमान जितने सितारे हैं तेरी महफ़िल में
आसमान जितने सितारे हैं तेरी महफ़िल में
अपनी तक़दीर का ही कोई सितारा न हुआ
अपनी तक़दीर का ही कोई सितारा न हुआ
इस भरी दुनिया में, कोई भी हमारा न हुआ
गैर तो गैर थे, अपनों का सहारा न हुआ इस भरी दुनिया में

Curiosités sur la chanson Is Bhari Duniya Mein de Mohammed Rafi

Quand la chanson “Is Bhari Duniya Mein” a-t-elle été lancée par Mohammed Rafi?
La chanson Is Bhari Duniya Mein a été lancée en 2022, sur l’album “Best of Guru Dutt Songs”.
Qui a composé la chanson “Is Bhari Duniya Mein” de Mohammed Rafi?
La chanson “Is Bhari Duniya Mein” de Mohammed Rafi a été composée par Ravi, Rajendra Krishna.

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