Pakeezah
Deepak Gupta
हाँ तेरे मेरा रिश्ता नया नया
रूहानी सा रूहानी सा
थोड़ा मीठा सा, नमकीन सा
पाकीज़ा पाकीज़ा
हुई ज़िंदगी खुशनुमा
पाकीज़ा पाकीज़ा
जी ले इसे जी भरके या
संग इक दूजे के मुस्कुरा
तोहदा खुदा का है हमको मिला
पाकीज़ा पाकीज़ा
ओ मेरे हमदम, मेरे हमसफर
तू चाहता है क्या, सब मुझको है खबर
अब तू ही इबादत, अब तू ही मजहब
हम पे बरसा है कैसा यह नूर
पाकीज़ा, पाकीज़ा, पाकीज़ा
पाकीज़ा, पाकीज़ा, पाकीज़ा
तू मेरी जान है, यह तुझको थी खबर
फिर चला क्यों गया, मुझको यूं छोड़ कर
अब तो दर्द ही दर्द का सैलाब है
हो गए जाने क्यों दूर
अलविदा, अलविदा, अलविदा अलविदा,
अलविदा, अलविदा पाकीज़ा, पाकीज़ा,
पाकीज़ा पाकीज़ा, पाकीज़ा, पाकीज़ा