Dard Hi Khud
एतदा ए इश्क़ हैं
रोता हैं क्या
एतदा ए इश्क़ हैं
रोता हैं क्या
आयेज आयेज देखिए
होता हैं क्या
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
शैख़ क्या जाने तू
शैख़ क्या जाने तू
के क्या हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
इश्क़ ही इश्क़ हैं जहाँ देखो
इश्क़ ही इश्क़ हैं जहाँ देखो
सारे आलम में
सारे आलम में
भर रहा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
गर तराश टिश खुदा की साबिटगी
गर तराश टिश खुदा की साबिटगी
किस सूरत में
किस सूरत में हो भला हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
मेरी जी जार्ड होते जाते हो
मेरी जी जार्ड होते जाते हो
क्या कहीं तुमने
क्या कहीं तुमने
फिर किया हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
शैख़ क्या जाने तू
शैख़ क्या जाने तू
के क्या हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़
दर्द ही खुद हैं
खुद डॉवा हैं इश्क़