Kabhi Jalao Mujhe
कभी जलाओ मुझे तुम कभी बुझाओ मुझे
कभी जलाओ मुझे तुम कभी बुझाओ मुझे
तुम्हें कसम है अभी और आज़माओ मुझे
कभी जलाओ मुझे तुम
मैं खाक बन के बिच्छा हूँ तुम्हारी राहों में
मैं खाक बन के बिच्छा हूँ तुम्हारी राहों में
समाज के राह का पत्थर ना तुम हटाओ मुझे
समाज के राह का पत्थर ना तुम हटाओ मुझे
तुम्हें कसम है अभी और आज़माओ मुझे
कभी जलाओ मुझे तुम
मैं वो दिया हूँ जिसे आँधियों ने पाला है
मैं वो दिया हूँ जिसे आँधियों ने पाला है
बुझाना पावगी आए वक़्त की हवओ मुझे
बुझाना पावगी आए वक़्त की हवओ मुझे
तुम्हें कसम है अभी और आज़माओ मुझे
कभी जलाओ मुझे तुम
मैं अपनी ज़ॅप्ट से खुद हो गया हूँ बेगाना
मैं अपनी ज़ॅप्ट से खुद हो गया हूँ बेगाना
जो हो सके तो कभी मुझसे भी मिलाओ मुझे
जो हो सके तो कभी मुझसे भी मिलाओ मुझे
तुम्हें कसम है अभी और आज़माओ मुझे
कभी जलाओ मुझे तुम कभी बुझाओ मुझे
कभी जलाओ मुझे तुम