Soch Samajhkar Hosh Mein
सोच समझकर होश में
सोच समझकर होश में
जीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में
जीना छ्चोड़ दिया
साक़ि मैने नाप्के
पीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में
जीना छ्चोड़ दिया
साक़ि मैने नाप्के
पीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में
मैने सारे मौसम तेरे नाम लिखे
मैने सारे मौसम तेरे नाम लिखे
मैने सारे मौसम तेरे नाम लिखे
अपने लिए सावना का महीना छ्चोड़ दिया
अपने लिए सावना का महीना छ्चोड़ दिया
साक़ि मैने नाप्के पीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में
धूप को बादल केहदुं तो ये प्यास बुजे
धूप को बादल केहदुं तो ये प्यास बुजे
धूप को बादल केहदुं तो ये प्यास बुजे
लेकिन मैने झूठ को जीना छ्चोड़ दिया
लेकिन मैने झूठ को जीना छ्चोड़ दिया
साक़ि मैने नाप्के पीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में
मेरे अंदर की बागी खाबो निज़ाम
मेरे अंदर की बागी खाबो निज़ाम
मेरे अंदर की बागी खाबो निज़ाम
जिसस से डार्क मैने पीना छ्चोड़ दिया
जिसस से डार्क मैने पीना छ्चोड़ दिया
साक़ि मैने नाप्के पीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में
जीना छ्चोड़ दिया
साक़ि मैने नाप्के पीना छ्चोड़ दिया
सोच समझकर होश में.