Aadha Main Aadhi Vo
आ आ आ आ आ आ आ
लश्कर अहसास का सामने हैं
अक्सर मेरी नाव दिल से बने हैं
उल्टी सीधी बातें दिल कहता हो
उल्टी सीधी बातें दिल कहता हो
अपने हालत की हैं यह कहानी
और भला क्या हैं यह ज़िंदगानी
दिल दुविधा में अक्सर क्यू रहता हो
दिल दुविधा में अक्सर क्यू रहता हो
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
जब लगता है हसने वाली हैं
तब तब ही यह रूठी हैं
तेरी मेरी यार ज़िंदगी
शायद छोटी बच्ची हैं
जिसको गले लगाया
जिसको गले लगाया
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
मैने साँसों की नज़रे उतारी
लेकर कुछ ज़िंदगानी रब से उधारी
हम दोनो जी लेंगे और ज़माने
हम दोनो जी लेंगे और ज़माने
लेली दुनिया से फ़ुर्सत भी सारी
तेरी मेरी हैं बस अब तो बारी
ख्वाबों से खेलेंगे और ज़रा हम
ख्वाबों से खेलेंगे और ज़रा हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम
आधा मैं आधी वो टुकड़े दो हम