Maang Loon
दिल से उठा झोका तुझ तक जा पहुँचा
उड़ता चला दिल उड़ता चला उँचा
प्यार की कुछ बूंदे तेरी किरण ढूँढे
तुझमें समा के पॅल्को को मुन्दे
खुशबू के दे हवा उड़ने का रास्ता
लफ़्ज़ों को मेरे दे देना यूही रवानीयाँ
तुमको चुरा लू मैं दिल में रचा लू मैं
कहानियाँ जानियाँ वे
माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे
माँग लूँ
माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे
माँग लूँ
धीमे धीमे कदमो से छलके
चढ़े ये नशा हल्के हल्के
तुझमे समाउँ बाल बाल तुझपे मैं जाउँ
खुदको तरासू जैसे मैं
तुझ में ही ढल जाउँ ऐसे मैं
तेरे संग अपना हर इक सपना सज़ाउँ
कैसे क्यूँ हुआ पता भी ना चला
दिल करने लगा हैं कैसी ये बेईमानीयाँ
तुमको चुरा लू मैं दिल में रचा लू मैं
कहानियाँ जानियाँ वे
माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे
माँग लूँ
माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे
माँग लूँ