Ik Tu Hi
राब से में मांगू के
तेरी खैर होवे
जान भी जो जाई मेरी
तेरा शहर होवे
तेरी आँखो मे जो
इश्क़ था कभी वो
अब हो गया गम शुदा किस तरह
एक तू ही तेरा मेरा सी सोनया
तू ही हो गया जुदा किस तरह
मुझे मेरे जैसा लगता तू
फिर हो गया खुदा किस तरह
एक तू ही तेरा मेरा सी सोनया
तू ही हो गया जुदा किस तरह
मुझे मेरे जैसा लगता तू
फिर हो गया खुदा किस तरह
तेरे हक़दारो से भी
माँगा है तुझको
पर वो भी मेरी
फिकर नही करते
मेरे चेहरे से सब दिख जाता उनको
चाहे अब तेरा जिक्र नही करते
पास पास थे हम तेरे खास थे हम
फिर हो गया है फासला किस तरहा
एक तू ही तेरा मेरा सी सोनया
तू ही हो गया जुदा किस तरह
मुझे मेरे जैसा लगता था तू
फिर हो गया खुदा किस तरह
एक तू ही तेरा मेरा सी सोनया
तू ही हो गया जुदा किस तरह
मुझे मेरे जैसा लगता था तू
फिर हो गया खुदा किस तरह