Koi Na Jaane
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
कोई ना जाने भाग्य की बाते जाने भाग्यविधाता रे
क्यू ये दुनिया डोल रही है अंधकार क्यू छाया रे
कोई ना जाने भाग्य की बाते जाने भाग्यविधाता रे
क्यू ये दुनिया डोल रही है अंधकार क्यू छाया रे
सारे रिश्ते हुए पराए ऐसा घाव लगाया रे
होनी तो होके रहे
ये जो धर्म है ये जो कर्म है राह आसान होती है इनकी नहीं
ये जो सत्य की क्यू असत्य से नाव जो डोलती है सभल्ती नहीं
ये जो युद्ध की भाई भाई में आग ऐसी लगी है की बुझती नहीं
ये जो युद्ध की भाई भाई में आग ऐसी लगी है की बुझती नहीं
ये जो धर्म है ये जो कर्म है राह आसान होती है इनकी नहीं
कोई ना जाने भाग्य की बाते जाने भाग्यविधता रे
क्यू ये दुनिया डोल रही है अंधकार क्यू छाया रे हो
छूटे है राजमहल अब वनवास की छाया है
जीतने भी पाप किए में जग में फल उसका पाया है
अंजानी राहो में क्यू मान जाने घबराया है
भक्ति से शक्ति पाए यही समज मे आया है
देखी जो हनुमान की माया कैसी माया है
टूटा है अहंकार तो भीम समज ये पाया है
ये नया सवेरा आया है जिसमे एक दीप जलाया है
ये नया सवेरा आया है जिसमे एक दीप जलाया है
सौ हाथी का बाल पाया ये ईश्वर की माया है
शिव और पार्वती दोनो ने अर्जुन को भी ज्ञान दिया
आ आ आ आ औ औ औ औ
शक्तिशाली धनुष से उसकी भक्ति का सम्मान किया
होनी तो होके रहे
कोई ना जाने भाग्य की बाते जाने भाग्यविधाता रे
हा क्यू ये दुनिया डोल रही है अंधकार क्यू छाया रे
कोई ना जाने भाग्य की बाते जाने भाग्यविधाता रे
क्यू ये दुनिया डोल रही है अंधकार क्यू छाया रे हो
है
कैसे है ये खेल समय के बदले क्या क्या रूप रे
कही छाव में जीवन है रे कही कड़ी है धूप रे
होनी तो होके रहे