Bahon Mein Chale Aao
MAJROOH SULTANPURI, RAHUL DEV BURMAN
बाहों में चले आओ
हो हमसे सनम क्या पर्दा
ओह हमसे सनम क्या पर्दा
यह आज का नहीं मिलन
यह संग है उम्र भर का
बाहों में चले आओ
हो हमसे सनम क्या पर्दा
ओह हमसे सनम क्या पर्दा
चले ही जाना है
नजर चुराके यूँ
फिर थामी थी साजन तुमने
मेरी कलाई क्यूँ हा
चले ही जाना है
नजर चुराके यूँ
फिर थामी थी साजन
तुमने मेरी कलाई क्यूँ
किसी को अपना बनाके छोड़ दे
ऐसा कोई नहीं करता
बाहों में चले आओ
हो हमसे सनम क्या पर्दा
ओह हमसे सनम क्या पर्दा
कभी कभी कुछ
तोह कहा पिया हमसे
के कम से कम आज तोह
खुलके मिलो ज़रा हम से
कभी कभी कुछ
तोह कहा पिया हमसे
के कम से कम आज तोह
खुलके मिलो ज़रा हंस
है रत अपने जो तुम हो अपने
किसी का फिर हमें डर क्या
बाहों में चले आओ
ओह हमसे सनम क्या पर्दा
हो हमसे सनम क्या पर्दा