Chal Wahin Chalein

Manoj Muntashir

जहाँ साँसों ने दौड़ लगाई नही
जहाँ नींदों से कोई लड़ाई नही
जहाँ पेड़ों का साया नदी तक हैं
जहाँ झीलों मे चाँद अभी तक हैं
जहाँ हँसने पे शर्त ना हो
लोग जीने से डरते ना हो
चल वहीं चलें
चल वहीं चलें
ना जाते हो जहा
जहाँ के रास्ते
चल वहीं चलें
चल वहीं चलें
ना जाते हो जहा
जहाँ के रास्ते

बेफिकर अपने घर से निकल
रास्ता दिल को तेरे पता है
राह में शाम होगी कहाँ
ये मुसाफिर कहाँ सोचता है
जहाँ आँखें आँसू ना जाने
मुस्कुराने के हो सौ बहाने
चल वहीं चलें
चल वहीं चलें
ना जाते हो जहा
जहाँ के रास्ते
चल वहीं चलें
चल वहीं चलें
ना जाते हो जहा,
जहाँ के रास्ते

रौशनी प्यार जैसी नहीं
सितारें भी हुँने है आज़माए
ये ज़मीन याद आई तो हम
आसमानो से भी लौट आए
जहाँ सर पे कोई हाथ फेरे
जहाँ अपनो ने रंग हो बिखेरे
चल वहीं चलें
चल वहीं चलें
जाते नही जहा
जहाँ के रास्ते
चल वहीं चलें
चल वहीं चलें
ना जाते हो जहा
जहाँ के रास्ते

Curiosités sur la chanson Chal Wahin Chalein de Shreya Ghoshal

Qui a composé la chanson “Chal Wahin Chalein” de Shreya Ghoshal?
La chanson “Chal Wahin Chalein” de Shreya Ghoshal a été composée par Manoj Muntashir.

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