Khamma Ghani
ओ थारी
ओ थारी
रंगदार ल़हेर यह जैसे तेरे नैना
यूँ बात बोलते जैसे बोले मैना
रंगदार ल़हेर ये जैसे तेरे नैना
यूँ बात बोलते जैसे बोले मैना
आवे ना को होशियारियाँ
पलकों की परडेडारियाँ
जब खुलती हैं तो चलती हैं सौ बातें
अरे खम्मा घनी रे खम्मा घनी
(ओ थारी)कुछ ग़लत कहा तो खम्मा घनी(ओ थारी)
अरे खम्मा घनी रे खम्मा घनी (ओ थारी)
कुछ सकट कहा तो खम्मा घनी
अरे संग साथ में रंग साथ
यूँदबंग साथ में निभयो जी
हुआ चहल पहल मन सहल सहल
थारी बात में मन मुस्कायो जी
अरे संग साथ में रंग साथ
यूँदबंग साथ में निभयो जी
हुआ चहल पहल मन सहल सहल
थारी बात में मन मुस्कायो जी
हो लगे साथ बेवाज़ा जो अच्छा
वही साथ यरियों का होता सच्चा
ओ जहाँ मुस्कुराहटें
वहीं फ़ासले मीटे
चलो और चोर छोड़ो अपने दिल के
दिल करता है चालकियाँ
पिछली यादों की झाकियाँ
जब खुलती है तो चलती हैं सौ बातें
अरे खम्मा घनी रे खम्मा घनी
(ओ थारी)कुछ गलत कहा तो खम्मा घनी(ओ थारी)
अरे खम्मा घनी रे खम्मा घनी
(ओ थारी)कुछ सख्त कहा तो खम्मा घनी(ओ थारी)
अरे संग साथ में रंग साथ
यूँदबंग साथ में निभयो जी
हुआ चहल पहल मन सहल सहल
थारी बात में मन मुस्कायो जी (ओ)
अरे संग साथ में रंग साथ (ओ ओ)
यूँदबंग साथ में निभयो जी (ओ ओ)
हुआ चहल पहल मन सहल सहल (ओ ओ)
थारी बात में मन मुस्कायो जी (ओ ओ ओ थारी)