Akhaa Vich
फीरडा है होशियार बना
कभी अँखियाँ मेरी पढ़ जा
मैं तो तेरी हो गयी चन्ना
तू भी मेरा बॅन जा
नही दिससदा जिस लम्हा तू मैनउ
दिल धड़कदा नही
अखा विच वसदा आए तू
दूजा कोई जचड़ा ही नही
अखां विच वसदा आए तू
दूजा कोई जचड़ा ही नही
हन
मैं नही मांगू गद्दी बांग्ला
मांगू तुझको यारा
जो तू मेरा हो ना सका तो
जीना नही गंवारा
मैं नही मांगू गद्दी बांग्ला
मांगू तुझको यारा
जो तू मेरा हो ना सका तो
जीना नही गंवारा
मैं वेखे वे दुनिया सारी
कोई तेरे वरगा नही
अखा विच वसदा आए तू
दूजा कोई जचड़ा ही नही
अखां विच वसदा आए तू
दूजा कोई जचड़ा ही नही
जी कारदा है तुझको रखलून
आँखों में चुपके
फिर नही खोलूं आँख दोबारा
झूमूँ होश गँवाके
जी कारदा है तुझको रखलून
आँखों में चुपके
फिर नही खोलूं आँख दोबारा
झूमूँ होश गँवाके
रंग तेरे इश्क़ दा चढ़ेया जड़ों
दूजा कोई चढ़'दा ही नही
अखा विच वसदा आए तू
दूजा कोई जचड़ा ही नही
अखां विच वसदा आए तू
दूजा कोई जचड़ा ही नही