Majbooriyon Ke Paon Mein
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
हम तुम ना मिल सकेंगे
हम तुम ना मिल सकेंगे
तक़दीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
खत मुझको लिखते लिखते
कही रो पड़े हो तुम
खत मुझको लिखते लिखते
कही रो पड़े हो तुम
ाश्क़ो से भीगी भीगी
ाश्क़ो से भीगी भीगी
तेरीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं में
ज़ंज़ीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं में
ज़ंज़ीर कह रही हैं
आँखो में कोई ख्वाब
सजन्ना ना उम्र भर
आँखो में कोई ख्वाब
सजन्ना ना उम्र भर
यह मुझ से मेरे ख्वाब की
यह मुझ से मेरे ख्वाब की
तभीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
हम तुम ना मिल सकेंगे
हम तुम ना मिल सकेंगे
तक़दीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं
मजबूरियों के पावं
में ज़ंज़ीर कह रही हैं