Maahi [130 BPM]
UVES AKRAM, SAYEED QUADRI, SHARIB SABRI
तुझे मिलके लगा है यह, तुझे ढूँढ रहा था मैं
तुझे मिलके लगा है यह, तुझे ढूँढ रहा था मैं
तुझमे है कुछ ऐसी सुबह सा, जिसकी खातिर मैं था जगा सा
आ तू मेरे ख्वाब सज़ा जा रे, माही आजा रे माही आजा रे
तुझमे है कुछ ऐसी सुबह सा, जिसकी खातिर मैं था जगा सा
आ तू मेरे ख्वाब सज़ा जा रे
दिल रोए या इलाही तू आजा मेरे माही
दिल रोए या इलाही तू आजा मेरे माही
दिल रोए या इलाही तू आजा मेरे माही
मेरे माही मेरे माही तू आजा मेरे माही
तुझे मिलके लगा है यह, तुझे ढूँढ रहा था मैं
तुझे मिलके लगा है यह, तुझे ढूँढ रहा था मैं
तुझमे है कुछ ऐसी सुबह सा, जिसकी खातिर मैं था जगा सा
आ तू मेरे ख्वाब सज़ा जा रे
दिल रोए या इलाही तू आजा मेरे माही
दिल रोए या इलाही तू आजा मेरे माही
मेरे माही मेरे माही तू आजा मेरे माही
दिल रोए या इलाही तू आजा मेरे माही